विभाग की घोर लापरवाही, जनता को नर्क जैसी स्थिति झेलनी पड़ रही है…
गतिमान एक्सप्रेस 24 न्यूज/गिरधर कुमार/रघुनाथपुर:-
नेशनल हाईवे 43 पर नालियों का अधूरा और घटिया निर्माण विभाग की नाकामी और गैरजिम्मेदारी का ज्वलंत उदाहरण बन चुका है। सड़क किनारे जगह-जगह टूटी नालियों से बहता गंदा, बदबूदार गटर का पानी अब राहगीरों, वाहन चालकों और स्कूली बच्चों के लिए रोजमर्रा की समस्या बन चुकी है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि संबंधित विभाग पूरी तरह मूकदर्शक बना बैठा है।
लोगों का कहना है कि करोड़ों की लागत से बनने वाला नाली निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया और जो बना भी है वह घटिया काम का नतीजा है। परिणाम यह हुआ कि सड़क किनारे गंदे पानी का खुलेआम बहाव हो रहा है, जिससे बदबू और संक्रमण का खतरा दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है ।




जनता बेहाल, विभाग बेपरवाह

स्थिति यह है कि हाईवे पर गुजरने वालों को नाक पर रूमाल रखकर चलना पड़ रहा है। गटर का पानी सड़क पर फैलने से एक ओर जहाँ राहगीरों,स्कूली छात्र छात्राओं व ग्रामीण इन बदबूदार पानी से बचते बचाते हुवे नजर आ रहे है वही दूसरी ओर जिम्मेदार विभाग के अफसरों को शायद यह सब दिखता ही नहीं। उनके लिए यह समस्या मामूली है, जबकि आम नागरिकों के लिए यह रोज का संकट है। विभागीय अधिकारी दफ्तरों में बैठकर फाइलें पलटने और खानापूर्ति करने में मशगूल हैं।
स्वास्थ्य संकट की ओर धकेलता हालात
नालियों से बहते इस गंदे पानी ने मच्छरों का प्रकोप कई गुना बढ़ा दिया है। डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा सिर पर मंडरा रहा है। यदि हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले दिनों में उक्त क्षेत्र बीमारियों व संक्रमण की चपेट में आ सकता है।
चेतावनी: आंदोलन की राह पर जनता
स्थानीय लोगों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही नालियों की मरम्मत और अधूरा निर्माण पूरा नहीं किया गया तो वे विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे। लोगों ने यहां तक कह दिया है कि जब अधिकारी खुद सड़क पर उतरकर इस बदबूदार गटर से गुजरेंगे तभी उन्हें जनता की तकलीफ का अंदाजा होगा।
स्पष्ट है कि नेशनल हाईवे 43 की यह दुर्दशा विभाग की लापरवाही और निकम्मेपन का सीधा परिणाम है।
जनता अब पूछ रही है—जब करोड़ों का बजट पास हुआ, तो आखिर नालियाँ अधूरी क्यों छोड़ी गईं? और टूटी नालियों की मरम्मत में देरी किसकी जिम्मेदारी है ?
होटल संचालकों का व्यवसाय हो रहा है प्रभावित :-
माँ महामाया जायसवाल हॉटल के संचालक द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में बहता बदबूदार नाली से जहाँ स्वास्थ्य पर इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है वही दूसरी ओर उनके व्यवसाय पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है । विभागीय अधिकारी कुम्भकर्णीय निंद्रा में सोये हुवे है कई बार उक्त समस्याओं के संबंध में विभागीय अधिकारियों को बताए जाने के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा टाल मटोल जवाब दिया जा रहा है ।
नालियों की सफाई न होने से बढ़ रही है समस्या:-
राष्ट्रीय राजमार्ग 43 अम्बिकापुर रायगढ़ मार्ग बटवाही रघुनाथपुर सीमावर्ती क्षेत्र में निर्माणित नाली के करीब मिट्टी गिराकर नाली निकासी मार्ग को बाधित किया गया है जिससे नाली का दूषित बदबूदार जल नाली में न बहकर सड़क में बह रहा है । जिससे राहगीर नाक भौ सिकोड़ रहे है व अपने मुंह व नाक को रुमाल से ढकते हुवे नजर आ सकते है ।

Author: gatimanexpress24news
मुख्य संपादक:-गतिमान एक्सप्रेस 24 न्यूज, नवभारत संवाददाता रघुनाथपुर सरगुजा, ब्यूरो चीफ सरगुजा:-सरगुजा संदेश मोबाइल नंबर:-6261256553 ई मेल-kumargirdhar8@gmail.com
