पत्रकारिता जगत ने खोया मार्गदर्शक,अपूर्णीय क्षति
गतिमान एक्सप्रेस 24 न्यूज/बस्तर/जगदलपुर:-
बस्तर के वरिष्ठ पत्रकार और बस्तर जिला पत्रकार संघ के संस्थापक सदस्य श्री राजेंद्र बाजपेयी का निधन हो गया। वे ‘बस्तर पत्रकारिता के भीष्म पितामह’ के रूप में जाने जाते थे। उनके निधन से पत्रकारिता जगत स्तब्ध है और इसे अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।

सरकारी नौकरी छोड़ी, चुनी पत्रकारिता

14 जुलाई 1946 को जन्मे श्री बाजपेयी ने अपने करियर की शुरुआत पीडब्ल्यूडी के मैकेनिकल विभाग से की थी। लेकिन स्थायी नौकरी छोड़कर उन्होंने पत्रकारिता को ही जीवन का लक्ष्य बनाया। उनकी यात्रा ‘बस्तर टाइम्स’ नामक साप्ताहिक अखबार से शुरू हुई, जिसने उन्हें नई पहचान दिलाई।
पत्रकार भवन की नींव में “अहम भूमिका“
साल 1980 में जब बस्तर जिला पत्रकार संघ का गठन हुआ, तब दिग्गज पत्रकारों के साथ बाजपेयी जी भी इसमें शामिल थे। उसी समय उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह से पत्रकार भवन हेतु भूखंड की मांग की थी, जिसे तत्काल स्वीकृति मिली। तभी से जगदलपुर का पत्रकार भवन पत्रकारों की एकजुटता और संघर्ष का प्रतीक है।
साहसिक रिपोर्टिंग का पर्याय
बाजपेयी जी ने विभिन्न अखबारों और टीवी चैनलों में लंबे समय तक सेवाएं दीं। उन्होंने नक्सली आंदोलनों पर साहसिक रिपोर्टिंग की और निर्मल सोनी प्रकरण में जंगल तक जाकर नक्सलियों से उनकी रिहाई में भी अहम भूमिका निभाई।
नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें कई सम्मान और पुरस्कार मिले। उन्होंने अनेक पत्रकारों को मार्गदर्शन दिया। उनकी विरासत उनके पुत्र रजत बाजपेयी भी पत्रकारिता में आगे बढ़ा रहे हैं।
बस्तर पत्रकारिता में शून्य
उनका जाना बस्तर संभाग की पत्रकारिता के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी स्मृतियाँ और उनकी लेखनी आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी।

Author: gatimanexpress24news
मुख्य संपादक:-गतिमान एक्सप्रेस 24 न्यूज, नवभारत संवाददाता रघुनाथपुर सरगुजा, ब्यूरो चीफ सरगुजा:-सरगुजा संदेश मोबाइल नंबर:-6261256553 ई मेल-kumargirdhar8@gmail.com
